Friday, 25 December 2020

गीत गाणा बणदा राला!

मन स्वचणु, हाथ ल्यखदा राला म्यारा जब तलक,
गीत गाणा बंणदा राला, सुणेणा राला तब तलक। 

सुख का गीत, दुःख का गीत,
यख का गीत अर वुख का गीत। 
आणा का गीत, जाणा का गीत,
बखाणा का गीत अर लठ्याणा का गीत। 
रीत प्रीत कि चलणी रालि जब तलक,
गीत गँगा ब्वगणिइ रालि तब तलक।।

लाड़ का गीत, दुलार का गीत, 
माया का गीत, मौल्यार क गीत। 
(अर सुलार क बि गीत, खड़ो मेरि प्यारि न ढैक किवाड़, बरखा न भीजि गैनि म्यारा सुलार )
ह्यूंद का गीत, बसग्याल का गीत,
ब्याळि, भोल, अजक्याल का गीत। 
ऋतु बसँत आली-जालि जब तलक,
गीत पुष्पा फुलणी राली, खिलणी रालि तब तलक।।

सँजोग का गीत, विजोग का गीत,
चौमास का गीत, यकुलांसा का गीत। 
खुद मा गीत अर खुद का गीत,
रुमकि का गीत अर सबेर का गीत। 
भै-बैणों कि खुद लगलि जब तलक,
जिकुड़ी झुरणी, अँगुली ल्यखणी रालि म्येरि तब तलक।।

सोच का गीत, विचार का गीत,
आचार का गीत, परचार का गीत। 
सन्देश का गीत, उपदेश का गीत,
देस का गीत, विदेस का गीत। 
नेता, मनख्यों (नेता खंण मिन मनखी नि बोलि हो)
नेता, मनख्यों बखाणों रालु जब तलक,
गालि खाणु, गाणु लिख्वाणु रालु मै से तब तलक,
गालि खाणु, गाणु लिख्वाणु रालु मै से तब तलक। 

विजय गौड़ 


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