Saturday 3 July 2021

क़यामत से क़यामत तक

दोस्तों.. 

आज मेरे जेहन में बस आखिरियत का दिन है और मैं जानता हूँ कि आने वाली ज़िन्दगी में हम  सभी ने दीन के काम का सोच रखा है, लेकिन मैंने, मैंने अपने लिए उस से ज्यादा कुछ सोचा है और आज मुझे बार बार उसी का खयाल आ रहा है.. 


पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा 

बेटा दीनों-ईमानी काम करेगा 

मगर ये तो, कोई ना जाने 

कितना करेगा , कैंसे कहाँ.. 

पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा !!!!!!!

१)

लगे हैं मिल के, सब यार अपने 

सबके दिलों में, यही अरमान 

कोई बनाये 'pK' कभी तो

कोई 'रईस', कोई 'बजरंगी भाईजान' 

कोई तबलीगी का काम करेगा

कोई इंटेलेक्चुअल बनके 'तैमूर' जनेगा  

मगर ये तो, कोई न जाने अपनी तो मंज़िल, दारुल इस्लाम ... 

पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा !!!!!!!

२)

मेरा तो सपना, है अल तकैया 

'काफिर' की लड़की, और 'लव जिहाद'

मासूम बनके, बहकाना उसको 

फिर कुछ दिन में तलाक- तलाक 

बन्दा ये खूबसूरत काम करेगा 

दीनी दुनिया में अपना नाम करेगा

मेरी नज़र से देखो तो यारों 

जन्नत ही मंज़िल और कुछ कहाँ 

पापा कहते हैं बड़ा नाम करेगा !!!!!!!


@ Vijay Gaur