Saturday, 23 March 2013

"देवी वंदना"

ऐ ग्ये माँ ऐ ग्ये त्येरा थान मा त्येरा ग्वाल-बाल ऐ ग्ये,(२)
नागर-निसाण ध्वजा नरयुल ल्येकि त्येरि उकाल लै ग्ये।

ऊँचा डाँड्यू मा बसदि, मुल मुल सदानि हैंसदी,
त्येरि स्वाणी या सूरत, लाड़ प्यारै कि मूरत,
मुखड्यों मा मौल्यार ल्येकि जैकारा लगौन्दा ग्वाल-बाल ऐ ग्ये,
नागर-निसाण .....

त्येरा थान जू आन्दु, खाली हाथ नि जांदू,
त्येरि खुचल्यों मुंड धैरि, खैरि-बिपदा बिसरांदु,
नौन्यालु ल्येकि धार-२ बेटिं ब्वै-बाब ऐग्ये,
नागर-निसाण ....

चंडी-मनसा त्वी छैयी, गिरिजा-धारी त्वी गैई,
नैणी-धूमा ह्वै ग्येयी, बूंगी-दीवा बि त्वी छैयी,
तू छैयी एक त्येरा रूप अनेक माता दैणी ह्वै जै,
नागर -निसाण ....
ऐ ग्ये माँ ....

2 comments:

  1. भोत सुवाणु लायख च आपन सर ,सादर नमस्कार ! अपर ब्लॉग पर फोल्लोव्र कुन भी जगह रखिये सर ,हम जन कुन आसानी व्हेह जाली !

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  2. जगह से मि कुच समझी नि छौं, कृपया थोड़ा बथैल्या त बढ़िया रालू, मि कना कि कोसिस करलू!!!

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