Saturday, 4 May 2013

"माया"

आंख्युं मा,
कैकि मि डुब्यूं रांदु,
सान्यों ना, 
कैमा यु बुनु रांदु,
अब बगत कटेन्दु नि,
त्वै बिना रयेन्दु नि,
आंख्युं मा .......
सान्यों ना .........

क्वी च जु लगाणु पराज,
आन्ख्यों सुपन्यलि कै जाणु आज,
सच लगदि पण दिखेन्दि नि,  
कनि छ्वीं ज्वा बिङ्गेन्दि नि,
आंख्युं मा ..........................
सान्यों ना ............................

ज्वा छै हि ना, ह्वै कनक्वे,
ज्वा ह्वै हि ना, दिख्ये कनक्वे,
कनि गेड़ ज्वा खुलेंदि नि,
कनि तीस ज्वा मिटेंदि नि,
आंख्युं मा ..........................
सान्यों ना ............................  

जै कैमा त्वै ख्वज्याणु छौंऊ,
लाटु मन सिन्नि बुथ्याणु छौंऊ,
भौं क्वी दिन यनु आलो बि,
स्वींणु, वीणु सि दिख्यालु बि,
आंख्युं मा ..........................
सान्यों ना............................  

आंख्युं मा .........
सान्यों ना ......
अब बगत ......
त्वै बिना ........

आंख्युं मा ..........................
सान्यों ना ............................  

विजय गौड़ 
०४/०५/२०१३ 


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