Friday, 24 August 2012

"बेबस बुडापा"


"बेबस बुडापा"


पाणी पीणौ ज्यू ब्वनु, पर दिन्दारा नि बच्यान,
कै सिवाणों ज्यू ब्वनु, पर सिन्दरा नि बच्यान,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....

खित्त हैंसणौ जू ब्वनु, पर बाना नि मिलनाण,
भिंडी खाणौ ज्यू ब्वनु, पर चाणा नि मिलनाण,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....

चिठि लिखणौ ज्यू ब्वनु, कंपदा हात नि लिख्ननाण,
कै सिखाणौ ज्यू ब्वनु, पर अब क्वी नि सिखनाण,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....

कुटुम्दारी मा रैणौ ज्यू ब्वनु, पर क्वी नि पुछणाण ,
नाती-नतिन्यो खुद लगी, लड़िक-ब्वारी नि सुचणाण ,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....

दुर्वा दीणु ज्यू ब्वनु, पर छुट्टा नि झुकणाण ,
स्यों बुलाणौ ज्यू ब्वनु, जू पैलि कुलिंण लुकणाण,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....  

सदान्यु सीणौ ज्यू ब्वनु, पर दयवता नि सुणणाण,
लोली धरती मा द्वी चार दिन भि, अपणौ भिंडी लगणान,
हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ,
अर जब ऐ हि ग्ये त,
स्यु बैरि ज्यू म्वरी किलै नि ग्ये.....  

विजय गौड़ 
सर्वाधिकार सुरक्षित
२३/०८/२०१२ (१.० बजी रात)

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Satendra Rawat8:57pm Aug 24

bhaut badhigya vijay bhai..................
Narendra Rawat8:52am Aug 25
wah wah kya baat hai...हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ

Narendra Rawat8:54am Aug 25
bahut khubbbbbbbbbbbbbbbbbbbb

Satendra Rawat10:49am Aug 25
बहुत बढ़िया विजय भाई, गान्दा रौ, और हम थै नया नया गीत सुनान्दा रौ. अग्नी हम ता इ बोल्दा कि इनु बुढ़ापा तू कभी नि एई.

Jagpal Rawat10:54am Aug 25
बहुत ही बढ़िया गौर भै, सच म हे बुडापा तू ऐ, त किलै ऐ, एक त पलायन से गों खाली ह्य्वे ग्ये अर मथि बट्टी यु पश्चमी सभ्यता हाबी हूनी च. आप कु ये प्रयास से हमारू समाज म कुछ न कुछ असर होलू. लिखना का वास्ता धन्यवाद.

Jagpal Rawat10:59am Aug 25
पर क्य कन सत्ती भै यू कटु सत्य च कि बुडापा त एक न एक बार आण च.

Satendra Rawat11:55am Aug 25
भैजी मित वे बुढ़ापा की बात करणू छू जैकू जिक्र विजय भाई ल कर्युं च.

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